हेलो दोस्तों, आज कल तो वैसे महिलाओ के लिए केंद्र और राज्य सरकारों के द्वारा बहुत सी स्कीम चलायी जा रही है लेकिन यदि हम वूमेन की कंडीशन को अंतर्राष्ट्रीय स्टार पर देखे तो यह उतनी भी अच्छी नहीं हैं। पिछले कुछ समय से महिलाओ के सम्मान में बहुत से ऐसे बदलाव हुए जो किसी भी तरह से जादू से कम नहीं हैं। वर्त्तमान समय में भी सर्कार ने महिलाओ के लिए बहुत सी स्कीम और योजनाए शुरू की है जिससे उनक विकास और उनका स्तर को सुधारा जा सकते हैं। ऐसी ही एक योजना के बारे में आज के इस Article में हम एक ऐसी ही स्कीम के बार में जानने वाले है जिसका नाम है – महिलाओं के लिए वर्किंग वुमन हॉस्टल स्कीम 2022 (Working Women Hostel Scheme 2022)।
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- 1 आस पास वर्किंग वीमेन हॉस्टल स्कीम क्या हैं?
- 2 कामकाजी महिलाओं आस पास वर्किंग वीमेन हॉस्टल
- 3 आस पास वर्किंग वीमेन हॉस्टल इन हिंदी
- 4 Aas Pas Working women Hostel in Hindi
- 5 Working women Hostel Scheme क्या हैं?
- 6 आस पास वर्किंग वुमन हॉस्टल का मुख्य उद्धेश्य
- 7 वर्किंग वुमन हॉस्टल योजना लाभ
- 8 आस पास वर्किंग वीमेन हॉस्टल योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज
- 9 वर्किंग वीमेन होस्टल योजना इनकम लिमिट
- 10 वर्किंग वीमेन हॉस्टल स्कीम का उदेश्य
आस पास वर्किंग वीमेन हॉस्टल स्कीम क्या हैं?
वैसे तो केंद्र और राज्य सरकारों के द्वारा बहुत सी स्कीम चलिए जा रही हैं जिनमे से मुख्य रूप से महिलाओ के लिए हैं ताकी ना सिर्फ देश के स्तर पर, अपितु अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी महिलाओ की स्थिति को सुधारा जा सके। और इन्ही सभी के कारण आज महिलाये हर क्षेत्र में तेजी से अपने कदम बढ़ा रही है चाहे जो पढ़ाई का क्षेत्र हो या किसी तरह के कोई काम का क्षेत्र हैं।
अब यहाँ कामकाजी महिलाओ की बात आयी हैं तो यहाँ भी सर्कार की ही जिम्मेदारी होती है के उनके कार्य क्षेत्र में बने रहने के लिए उचित व्यवस्था कराई जा सके। और ऐसी तर्ज पर के कामकाजी औरते (वर्किंग वीमेन) भी आत्मनिर्भर बने, यह Working Women Hostel Scheme 2022 को 6th of April, 2017 में शुरू किया गया था।
कामकाजी महिलाओं आस पास वर्किंग वीमेन हॉस्टल
सरकार ने महिलाओ के समाज में आगे लाने के लिए कितनी ही योजनाओ को शुरू किया हो लेकिन सभी में महिलाओ को घर से दूर जाकर रहना और काम नहीं करना पड़ता था। जैसे की बच्चियों के जन्म से लेकर उनकी पढ़ाई लिखाई और शादी तक के खर्चों के लिए सरकार ने कई साड़ी योजनाए शुरू की। लेकिन जब बात आयो वर्किंग वूमेन (कामकाजी महिलाओं) की जिनको घर से दूर जाकर रहना मुश्किल हो रहा था तो ऐसे में सरकार ने उनके प्रोत्साहन को आगे बढ़ाने के लिए वूमेन हॉस्टल स्कीम (योजना) की शुरुआत की हैं।
आस पास वर्किंग वीमेन हॉस्टल इन हिंदी
यहाँ योजना मुख्य रूप से केंद्रीय महिला बाल विकास विभाग में काम करने वाली महिलाओ के लिए चलायी जा रही हैं। इस वर्किंग वीमेन हॉस्टल योजना के तहत वह महिलाये जो घर से बाहर रहती है और काम करती है, उनके लिए आस पास वर्किंग वीमेन हॉस्टल योजना 2022 हैं। जिसके अंतर्गत कामकाजी महिलाओं को सुरक्षित आवास उपलब्ध कराया जाएगा जहा सभी तरह की सुविधा मौजूद होगी। यह योजना सभी तरह के क्षेत्र के लिए उपलब्ध हैं जिसके बारे में आप अपने महिला बाल विकास विभाग के नोडल अधिकारियों से जानकारी ली जा सकती हैं।
Aas Pas Working women Hostel in Hindi
किसी भी महिला के लिए अपना घर छोड़कर दूर काम पर जाना बहुत मुश्किल होता हैं। यह खासकर तब ज्यादा परेशानी भरा होता है जब वह महिला अकेली घर में रहती हो। क्योकि तब घर में बच्चो को संभालना, घर के काम करने और घर से दूर जाकर काम करना बहुत ज्यादा मुश्किलों भरा होता हैं। और यही खबर उन महिलाओ के लिए बहुत विशेष स्थान रखती है जो अपना घर छोड़ कर अपने गांव या कसबे से दूर जाकर नौकरी या काम करती हैं।
इसकी ही वर्किंग वुमेन के लिए सरकार ने बहुत ही योजनाए चला रही हैं उन्ही में से केंद्र की एक योजना हैं – “वर्किंग वीमेन हॉस्टल स्कीम” ‘(कामकाजी महिला छात्रावास योजना)’।
इस वर्किंग वीमेन हॉस्टल स्कीम के तहत केंद्र सरकार और राज्य सरकार काम करने वाली महिलाओ को हॉस्टल या छात्रावास की सुविधाएं देती हैं। जो कही भी सभी जगह available हैं फिर चाहे वो गांव हो या क़स्बा हो या शहर हो। साथ ही इन हॉस्टल को बनाते समय इस बात का ध्यान रखा जा रहा है की जो भी सुविधाएं हो वो सभी वर्किंग वीमेन हॉस्टल के आस पास ही हो। इसके लिए सरकार कई तरह के बिल्डिंग्स भी बनवा रही है।
Working women Hostel Scheme क्या हैं?
घर से दूर जाकर काम करने वाली कामकाजी महिलाओ को आत्मनिर्भर बनाने और उनको प्रोत्साहित करने के लिया केंद्र और राज सरकारों के द्वारा अलग अलग योजनाए निरन्तर लायी जा रही है। उन्ही योजनाओ में से एक है “वर्किंग वीमेन हॉस्टल स्कीम”। इस योजना के तहत सर्कार की तरफ से उन सभी महिलाओ को हॉस्टल या छात्रावास की सुविधा दी जायेगी जो काम करती हैं। ताकि महिलाये नौकरी करते समय किसी तरह की कोई समस्या का सामना ना करना पड़े और Working women आर्थिक रूप से स्वतंत्र बने।
इस योजना के तहत अब कोई भी महिला किसी अन्य शहर में जाकर भी काम कर सकेगी। वह उन्हें रहने की या अपने घर की कोई चिंता नहीं होगी। क्योकि इस योजना के तहत जो महिलाये दूसरे शहर में काम करती है उनको भी छात्रावास की सुबिधा दी जायेगी।
आस पास वर्किंग वुमन हॉस्टल का मुख्य उद्धेश्य
“वर्किंग वीमेन हॉस्टल स्कीम योजना” के तहत देश में रहने वाली सभी वर्किंग वुमन को हॉस्टल की सुविधा प्रदान की जायेगी। Aas Pas Working women Hostel स्कीम का मुख्या उद्धेश्य महिलाओ को सुरक्षित रखना और हर तरह से चिंता से मुक्त करके रखना हैं। ताकि महिलाये भी आर्थिक रूप से शशक्त बन सके। साथ ही आस पास वर्किंग वुमन हॉस्टल का मुख्य उद्धेश्य है की उनके बच्चो की देखभाल की सुविधा एवं आवश्यकता की सभी सामग्री उन तक सही समय पर पहुंच सके। यह आवास सभी क्षेत्रो में जैसे की ग्रामीण क्षेत्र, शहर में, और सभी अर्बन क्षेत्र में उपलब्ध हैं जहा महिलाये सुरक्षित रहकर काम कर सके।
वर्किंग वुमन हॉस्टल योजना लाभ
इस कामकाजी महिला छात्रावास योजना का लाभ उन महिलाओ को मिलेगा जो इन शर्तों के अंतर्गत आती है। सिर्फ वही महिलाये वर्किंग वुमन हॉस्टल योजना का लाभ ले पाएगी। इस योजना के नियम इस प्रकार है:
- वह महिलाये जो घर से दूर काम करती हो या कोई रोजगार करती हैं।
- इस योजना के तहत वे सभी काम करने वाली महिलाये जो एकल, विधवा, तलाकशुदा, अविवाहित, विवाहित, माँ हो वो इस योजना का लाभ ले सकती हैं। उनके लिए मुख्य नियम रहेगा की वह किसी दूसरे शहर जाकर नौकरी करती हो और अपने परिवार और परिजनों से दूर रहती हो। और इन सभी महिलाओ के कोई भी रिश्तेदार या परिचित उस शहर में या क्षेत्र में नहीं रहते हो।
- वर्किंग वुमन हॉस्टल योजना के अंतर्गत किसी विशेष समुदाय का कोई विशेष स्थान नहीं हैं। यही सभी महिलाओ के लिया या लड़कियों के लिए हैं। इसमें सभी समुदाय की महिलाओ को एकसमान प्राथमिकता दी जायेगी।
- वर्किंग वुमन हॉस्टल योजना के अंतर्गत वे महिलाये जो शारीरिक रूप से असक्षम है और कमजोर है, उनके लिए विशेष सीटों का आरक्षण का प्रबंध किया गया हैं।
- यह योजना के अंतरगत हो महिला गरीबी रेखा के निचे हैं, उनको भी वर्किंग वुमन हॉस्टल योजना का लाभ मिलेगा।
- ऐसी महिलाये जिनके घर में बच्चे हो और उनकी देखभाल करने के लिए कोई ना हो, इसके अंतर्गत बच्चे (लड़के) की उम्र कम से कम 9 वर्ष से कम हो और बच्ची (लड़की) की उम्र कम से कम 15 वर्ष हो, केवल वही महिलाये इस वर्किंग वुमन हॉस्टल योजना लाभ ले पाएगीं। साथ थी ऐसी condition में डे-केयर जैसी सेवाओं का भी लाभ उठाया जा सकता है।
- वे महिलाये जिनका वेतन 50000 से कम हो केवल उन्ही को वर्किंग वुमन हॉस्टल योजना का लाभ मिलेगा।
- इस योजना के अंतर्गत वो महिलाओ जो किसी नौकरी के लिए प्रशिक्षण ले रही जिनका नौकरी के लिए ट्रेनिंग पीरियड एक साल से अधिक नहीं है।प्रशिक्षण लेने वाली महिलाओं की संख्या कामकाजी महिलाओं की संख्या का 30 प्रतिशत होना चाहिए।
आस पास वर्किंग वीमेन हॉस्टल योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज
आस पास वर्किंग वीमेन हॉस्टल योजना का लाभ उठाने के लिये कुछ मुख्य दस्तावेज़ो की आवश्यकता होगी –
- पासपोर्ट (Passport)
- पैन कार्ड (PAN Card)
- आधार कार्ड (Aadhaar Card)
- जहां काम करती हैं, वहां के आईडी कार्ड (ID Card)
- ऑफिस का और आपका मोबाइल नंबर (Mobile Number)
वर्किंग वीमेन होस्टल योजना इनकम लिमिट
- इस योजना का लाभ उठाने के लिया महिलाओ की एक आय लिमिट की गयी हैं जिससे ज्यादा होने पर वह महिला इस आस पास वर्किंग वीमेन हॉस्टल योजना का फायदा नहीं उठा पाएगी। और यह आय लिमिट आवदेक की मासिक आय सकल या इस योजना का नियम के आधार पर तय होती है।
- बड़े शहरों में working women की आय कम से कम 50000 रूपए प्रतिमाह और किसी भी अन्य जगह पर working women की आय कम से कम 35000 रूपए होनी चाहिए।
- यदि किसी भी महिला की आय बाद में किसी भी कारन से जैसे की प्रमोशन आदि के कारण बढ़ जाती है तो उन्हें आय बढ़ने के छह माह के भीतर हॉस्टल खाली करना पड़ता है।
वर्किंग वीमेन हॉस्टल स्कीम का उदेश्य
“वर्किंग वीमेन हॉस्टल स्कीम योजना” के तहत देश में रहने वाली सभी वर्किंग वुमन को हॉस्टल की सुविधा प्रदान की जायेगी। Aas Pas Working women Hostel स्कीम का मुख्या उद्धेश्य महिलाओ को सुरक्षित रखना और हर तरह से चिंता से मुक्त करके रखना हैं। ताकि महिलाये भी आर्थिक रूप से शशक्त बन सके। साथ ही आस पास वर्किंग वुमन हॉस्टल का मुख्य उद्धेश्य है की उनके बच्चो की देखभाल की सुविधा एवं आवश्यकता की सभी सामग्री उन तक सही समय पर पहुंच सके। यह आवास सभी क्षेत्रो में जैसे की ग्रामीण क्षेत्र, शहर में, और सभी अर्बन क्षेत्र में उपलब्ध हैं जहा महिलाये सुरक्षित रहकर काम कर सके।